समस्तीपुर: विभूतिपुर थाना क्षेत्र के चांद सुरारी गांव में वर्णमाला करने पहुंचे दूल्हा को दूसरी शादी करने के अफवाह पर शादी करने से इनकार कर दिया. लड़की के गांव वालों ने दूल्हा, समधी व बारातियों को मारपीट कर बंधक बना लिया. लगभग 12 घंटे बाद बंधक बने 10 से 12 गाड़ियों को मुक्त किया गया. पंचायत में बर पक्ष को साढ़े 7 लाख रुपये जुर्माना करने का निर्णय लेने की चर्चा है. दूसरी ओर यह भी चर्चा है कि पंचायत में लड़का के छोटे भाई से शादी करने की पहल की गयी लेकिन लड़की पक्ष के लोगों ने नशापान का आरोप लगाते हुए उस परिवार में शादी से इनकार दिया. इसको लेकर शुक्रवार को दिनभर हाई वोल्टेज ड्रामा होता रहा. किसी ने 112 पर जानकारी घटना की जानकारी दे दी. पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की छानबीन में जुटी है. बताया जाता है कि विभूतिपुर थाना क्षेत्र के चांद सुरारी गांव में विनोद राय की पुत्री मनीषा कुमारी की शादी गत कुछ दिनों पहले विद्यापति थाना क्षेत्र के गढ़सिसई निवासी बैद्यनाथ राय के पुत्र सरवन कुमार के साथ तय हुई थी. पंडित-पुरोहितों ने 7 दिसंबर को शादी का दिन निकाला. शादी की संध्या गढ़सिसई से 21 गाड़ी में सवार होकर बारात चांद सुरारी गांव पहुंची. विवाह कार्य संपन्न कराने की प्रक्रिया प्रारंभ हुई. इसी बीच पूर्णिया जिले के गुलाब बाग की रहने वाली एक मुस्लिम महिला जो दो बच्चे की मां है अपने आप को दूल्हा सरवन का पत्नी बताकर लड़की के बड़े भाई के मोबाइल पर फोन कर उसे जानकारी दी. इसकी जानकारी मिलते ही लड़की के भाई ने बारात पक्ष के लोगों को इसकी सूचना दी. वर पक्ष और कन्या पक्ष के लोगों ने जब तक इसकी छानबीन की गयी तब तक बात अधिक बढ़ गई. संज्ञान लेते हुए शादी की प्रक्रिया रोक दी गयी. बुद्धिजीवियों की पहल पर मामले शांत हुआ. दूल्हा के छोटे भाई से शादी करने का प्रस्ताव रखा गया. इस पर वर पक्ष के लोग राजी हो गये लेकिन दूल्हा का छोटा भाई नशे में था. जिसके कारण कन्या पक्ष के लोगों ने शादी करने से इनकार कर दिया. बारात आये लोगों को बंधक बनाने का प्रयास किया गया. इस बीच कुछ बाराती मौका पाकर वहां से भागने लगे. 10 से 15 छोटी गाड़ी और लड़का के पिताजी और उसके परिजन सहित 15 से 20 की संख्या में बाराती पकड़े गये. जिसे लोग घर में बंद कर बंधक बना लिया. इस पर सामाजिक पंचायत प्रारंभ हुई. बड़ी मशक्कत के बाद कन्या पक्ष के लोगों ने शादी की तैयारी में हुए खर्च के बदले साढ़े सात लाख रुपए देखकर बारातियों को मुक्त करने पर राजी हुए. थाना अध्यक्ष संदीप कुमार पाल ने बताया है कि मामले की जानकारी हुई है. छानबीन की जा रही है.