इंस्पायर अवार्ड में 279 बाल वैज्ञानिक होंगे शामिल

समस्तीपुर : स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का एक इंस्पायरिंग आइडिया उसकी जिंदगी में बदलाव ला सकता है. इससे जहां उनका देश में नाम होगा वहीं आजीवन कमाई भी हो सकती है. अब उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए राष्ट्रीय मंच मिलेगा. आइडिया का चयन उसकी नवीनता, सामाजिक उपयोगिता, पर्यावरण की अनुकूलता और वर्तमान तकनीक से बेहतरी के आधार पर किया गया है. इंस्पायर अवार्ड प्रतियोगिता में जिले के विभिन्न विद्यालयों के 279 बाल वैज्ञानिक भाग लेंगे. बता दें कि इंस्पायर अवार्ड मानक योजना अंतर्गत जिला स्तरीय परियोजना एवं प्रदर्शनी प्रतियोगिता का आयोजन 15 दिसंबर को शहर के आरएसबी इंटर स्कूल में होगा. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एसएसए मानवेंद्र कुमार राय ने बताया कि भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के इंस्पायर अवाॅर्ड मानक योजना का उद्देश्य स्कूली विद्यार्थियों के बीच रचनात्मकता और अभिनव सोच की संस्कृति को बढ़ावा देना है. विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए राष्ट्रीय मंच मिलेगा. इससे युवाओं में विज्ञान के प्रति कार्य, वैज्ञानिक शोध और विज्ञान सीखने के लिए प्रोत्साहित होंगे. इंस्पायर अवार्ड के लिए चयनित बाल वैज्ञानिक जिसके खाते में 10,000 रुपये भेजा गया है उन सभी बाल वैज्ञानिकों को लेकर प्रतियोगिता में भाग लेना सुनिश्चित करेंगे. यह जिम्मेदारी संबंधित विद्यालय के एचएम की होगी. डीईओ मदन राय ने बताया कि इंस्पायर अवार्ड विद्यार्थियों के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में नवाचारी प्रोत्साहन के लिए दिया जाता है. इसमें पुरस्कार के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित प्रतिभागियों के मॉडल को आईआईटी व एनटीए जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के तकनीकी सहयोग और मार्गदर्शन में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में दिखाया जाता है. कार्यक्रम स्कूलों के सृजनात्मक सोच वाले प्रतिभावान विद्यार्थियों को राष्ट्र स्तरीय मंच प्रदान करता है. जानकारी के मुताबिक विभूतिपुर प्रखंड के विभिन्न विद्यालय के बीस, बिथान के तीन, दलसिंहसराय के ग्यारह, हसनपुर के तीन, कल्याणपुर के पंद्रह, खानपुर के सात, मोहनपुर के एक, मोहिउद्दीननगर के तेरह, मोरवा के सात, पटोरी के पच्चीस, पूसा के छब्बीस, रोसड़ के उन्नीस, समस्तीपुर के तैतीस, सरायरंजन के बाइस, शिवाजीनगर के सात, सिंघिया के सात, ताजपुर के आठ, उजियारपुर के नौ, विद्यापतिनगर के सत्रह, वारिसनगर के भी छब्बीस छात्र-छात्राएं भाग लेंगे. विद्यार्थियों ने कई नये विचारों और प्रौद्योगिकी के उपयोग से मॉडल प्रदर्शित करेंगे. इसमें सामान चोरी होने से बचाने का सिस्टम, ऊर्जा वृक्ष, प्रौद्योगिकी लैस हेलमेट, विद्युत कारों का स्वचालित रिचार्ज प्वाइंट, प्लास्टिक से रस्सी बनने की तकनीक सहित अन्य मॉडल शामिल हैं.

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