समस्तीपुर : विमेंस कॉलेज में आईक्यूएसी द्वारा प्रधानाचार्या प्रो. सुनीता सिन्हा की अध्यक्षता में विकसित भारत @2047 पर परिचर्चा आयोजित की गयी. इसमें अधिक संख्या में महाविद्यालय के शिक्षकों और छात्राओं ने विकसित भारत के संदर्भ में विचार दिये. प्रधानाचार्या प्रो सिन्हा ने कहा कि लोगों को अपने कर्तव्य का पालन करना होगा. आने वाला भविष्य लड़कियों और महिलाओं का है. विकसित भारत में युवाओं की भागीदारी अहम होगी. इसलिए युवाओं को जोड़ने की मुहिम उच्च शिक्षण संस्थानों से शुरू कर दी गई है. विद्यार्थियों को माई गवर्नमेंट पोर्टल पर जाकर अपना फीडबैक जमा करवाना है, जिसमें उन्हें यह बताना है कि वह 2047 में किस तरह का विकसित भारत चाहते हैं और इस लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए हमें किस चीज की जरूरत है. वह क्या है जो विकसित भारत के लक्ष्य को संभव बना सकता है? डा. विजय कुमार गुप्ता ने विकसित भारत @2047 थीम का परिचय पीपीटी से देते हुए कहा कि विश्व की आबादी का 40 प्रतिशत युवा आबादी जिनकी औसत उम्र 29 वर्ष है, भारत में है. ये अपने आइडिया से भारत को विश्व गुरु बना सकते हैं. प्रो फरहत जबीन ने कहा कि हम 2047 तक जाति मुक्त हो जाये यही विकसित भारत की पहचान होगी. बिहार जैसे पिछड़े राज्य को आगे आना होगा. डा. नेहा कुमारी जायसवाल धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि देश के समक्ष चुनौतियां अधिक है. इसे अवसर में बदलना है. कार्यक्रम में बुशरा प्रवीण, नेहा, मुस्कान, सोनाक्षी, अमीषा आदि छात्राओं ने अपना विचार व्यक्त किया. संगीत विभाग की छात्राओं ने उठो जवान देश के वसुंधरा पुकारती देश है, पुकारती मां भारती के सामूहिक गायन से कार्यक्रम को जोश से भर दिया. कार्यक्रम में डा नीतिका सिंह, डा श्री विद्या, डा सरस्वती कुमारी, डा मीना कुमारी ब्राह्मणी, डॉ लालिमा सिंह,डॉ कुमारी अनु, डॉ. शगुफ्ता यासमीन, डॉ. कविता वर्मा, डा स्नेहलता, डॉ स्मिता, डॉ स्वीटी दर्शन आदि थे.