समस्तीपुर : भारत की सुंदर बगिया के अटल हैं सुंदर फूल जब तक सूरज-चांद रहेगा, भारत नहीं सकेगा भूल. जब सुंदरी देवी सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल बटहा के सभागार में मंच संचालन करते हुए आचार्य विजयव्रत कंठ ने इन पंक्तियों का सस्वर पाठ किया तो सभी वाह वाह कह उठे. मौका था भारत रत्न द्वय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं महामना मदनमोहन मालवीय जयंती पर आयोजित काव्यांजलि समारोह का. उद्घाटन अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं उनके तैलचित्र पर पुष्पार्चन से हुआ. कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए प्रधानाचार्य रामचन्द्र मंडल ने बंधु रुक न जाना मग में गाकर जीवन में आगे बढ़ते रहने की हौसला अफजाई की. अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार चांद मुसाफिर ने रोशनी को निगल रहा आज यह अंधेरा से वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर प्रहार किया. साहित्य अकादमी से पुरस्कृत अमित मिश्र की रचना जब संसद में बच्चों का सीट सुरक्षित होगा पर देर तक तालियां बजती रहीं. छंद विशेषज्ञ अनिरूद्ध झा दिवाकर ने हे अटल अचल तू शैलराट से अटल बिहारी वाजपेयी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व का गुणगान किया. युवा कवि अनिल कुमार झा की राहें तेरी मंजिल तेरा संघर्ष तुम करते रहना से लक्ष्य पाने की प्रेरणा दी. छात्र छात्राओं में ऋतुराज, ऋतिक रोशन, सौरभ सुमन, अभिषेक, अश्विनी, अंश राज, अंश कुमार आदि ने भी अपनी प्रस्तुतियों से मन मोहा. इस अवसर पर कवियों को अंगवस्त्र, पुष्पगुच्छ, दैनंदिनी, लेखनी आदि प्रदान कर सम्मानित भी किया गया. समापन राष्ट्रगान के सामूहिक गायन से हुआ. मौके पर संजय दास, छात्रावास अधीक्षक घनश्याम मिश्र, उपाधीक्षक राम कुमार सिंह, रामबाबू दास, शत्रुघ्न सिंह, राघवेन्द्र कुमार, ललित कुमार झा, मंजीत कुमार पाण्डेय, अरुण कुमार सिंह, रामशंकर झा, मनोज कुमार, अशोक कुमार, मनीष ठाकुर, सुमित कुमार आदि उपस्थित थे.