बजट में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज का भी कोई प्रावधान नहीं:विधायक

समस्तीपुर लोकसभा में पेश अंतरिम बजट से आम आदमी को कुछ हासिल नहीं होगा.अपेक्षा थी कि आयकर का स्लैब बढ़ेगा,कर में छूट की घोषणा होगी.लेकिन ऐसा कुछ किया नहीं गया. यह बातें शुक्रवार को बजट पर प्रतिक्रिया देते हुये उजियारपुर के विधायक सह पूर्व मंत्री आलोक मेहता ने कही.उन्होंने कहा कि बजट में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज का भी कोई प्रावधान नहीं है.आम आदमी, गांव, गरीब, किसान एवं युवाओं के लिये इस बजट में कुछ दिख नहीं रहा है.उन्होंने कहा कि आज की मांग रोजगार है तथा प्रति वर्ष 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने की बात कह सत्ता में आयी सरकार की बजट में रोजगार के लिये कुछ किया नहीं गया है. गांव व गरीब की बेरोजगारी दूर करने में सहायक माइक्रो लेवल इंडस्ट्रीज की स्थापना की दिशा में भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है.दुगुना उपज एवं किसानों को फसल का लाभकारी मूल्य को लेकर भी बजट में कोई प्रावधान नहीं है.बजट में कर्ज का प्रावधान तो है. लेकिन अनुदान की व्यवस्था नहीं की गई है.खुदरा व्यापार कर रहे लोगों को उम्मीद थी कि जीएसटी में छूट दी जायेगी.लेकिन उनकी उम्मीदें भी पूरी नहीं हुई.कुल मिलाकर यह बजट आईवाश एवं खोखला है.जनता को बाइस्कोप दिखाया गया है ताकि आनेवाले चुनाव में जनता को भ्रम में रखा जा सके.

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