समस्तीपुर : भारत की संस्कृति विनम्रता में विश्वास करती है. यही विश्वास आचरण बन गया है, जिसने धर्म का रूप ले लिया है. हम सभी प्रकार की मान्यताओं का सम्मान करते हैं. शीश झुकाने की हमारी परंपरा गुरू, माता-पिता व राष्ट्र की बलि वेदी पर प्राण न्योछावर करने वालों की चरणों में होती है. वाकई में पृथ्वीराज चौहान सही मायनों में राष्ट्र नायक थे. यह बातें गुरुवार को क्षत्रिय चेतना मंच के तत्वावधान में घटहाटोल स्थित रामजानकी ठाकुर बाड़ी परिसर में आयोजित पृथ्वीराज चैहान जयंती समारोह को सम्बोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कही. अध्यक्षता उमाशंकर सिंह ने की. संचालन डॉ. सुबोध कुमार सिंह ने किया. विधायक राजेश कुमार सिंह ने कहा कि देश के स्वाभिमान का पृथ्वीराज चौहान पर्याय रहे हैं. वह विदेशी आक्रमणकारी से जूझते हुए यह सिद्ध कर गये कि भारत का शासक न सिर्फ अपनी गद्दी बचाता है, बल्कि गद्दी बचाने के बहाने प्रजा के स्वाभिमान की रक्षा भी करता है. जय चन्द की तरह आज के समाज में भी असंख्य लोग हैं, जिनसे भारतीय समाज और मर्यादा को खतरा है.पूर्व एमएलसी राणा गंगेश्वर प्रसाद ने कहा कि पृथ्वीराज चौहान के साथ कवि चंद को भी याद किया जाता है. इसका यह अर्थ है कि शासन तथा शासक को रास्ते दिखाने की जिम्मेवारी साहित्य की है. बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय प्रसाद सिंह ने कहा कि वर्तमान परिवेश में क्षत्रिय समाज के लोगों को सकारात्मक ऊर्जा,सद्भाव व समावेशी विकास के साथ अपनी पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य निर्माण के लिए कार्य करने की आवश्यकता है. न्यूरो चिकित्सक डा. समरेन्द्र सिंह, डॉ. जितेंद्र सिंह, डॉ. पंकज सिंह, डॉ. अशोक सिंह, डॉ. अजीत सिंह, प्रमुख सुशील कुमार सिंह, प्रो. भूपेंद्र नारायण सिंह, चंद्रकेत सिंह पिंकू, सचिव चन्द्रशेखर सिंह, पूर्व सचिव सुरेश्वर प्रसाद सिंह, भाई रंधीर आदि ने भी विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम की शुरूआत पृथ्वीराज चौहान के तैलचित्र पर माल्यार्पण के साथ आगत अतिथियों ने किया. गीतकार ईश्वर करुण ने स्वस्तिक वाचन किया. आकाशवाणी व दूरदर्शन के कलाकार रामसिंगार ने स्वागत गीत गाया. आयोजन समिति के अध्यक्ष जितेंद्र सिंह जीतू, सदस्य धीरज सिंह, विशाल सिंह, संतोष सिंह, सत्येंद्र सिंह, सूरज सिंह आदि की ओर से आगत अतिथियों को पुष्पगुच्छ व चादर देकर सम्मानित किया गया. मौके पर पूर्व मुखिया सज्जन सिंह, अरुण कुमार सिंह, पूजा सिंह, रामबहादुर सिंह, विजय कुमार सिंह, रवीश सिंह, प्रो. संजीव सिंह, धर्मवीर कुमार कुंवर, प्रो. सुभाष सिंह, उपप्रमुख अमरेश सिंह पिंटू, राजेश सिंघानिया, रामचन्द्र सिंह, प्रो. भारतेंदु सिंह, सोनू सिंह मौजूद थे.