समस्तीपुर : मांगों को लेकर संयुक्त ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष न्याय मोर्चा के द्वारा समाहरणालय पर प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शनकारी समाहणालय के सामने सड़क पर धरना पर बैठ गये. जिसके समारणालय के सामने समस्तीपुर-दरभंगा मुख्य पथ चार घंटे से अधिक समय तक जाम रहा. मुफस्सिल पुलिस के प्रयास के बाद भी जाम नहीं हटा. जाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों का तांता लगा रहा.एक ओर समस्तीपुर-मुसरीघरारी मोहनपुर तक जाम रहा, वहीं समस्तीपुर दरभंगा पथ मुक्तापुर तक जाम रहा. जाम में फंसे लोग परेशान रहें. मुख्य सड़क जाम होने के कारण शहर की अन्य सड़कों पर भी जाम की स्थिति बनी रही. पुरानी वीमेंस कॉलेज रोड, रेलवे का पैदल पुल से लेकर कई सड़कें स्वत: जाम रही. आंदोलनकारी पीड़ितों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुये सहारा प्रबंधन तंत्र की सारी संपत्ति की नीलामी एवं कार्यवाही करने का आदेश देने या निवेशकों को सामूहिक इच्छा मृत्यु का आदेश देने की मांग कर रहे थे. ऑल इंडिया जन आंदोलन संघर्ष मार्च के जिलाध्यक्ष विपिन कुमार ठाकुर ने कहा कि सहारा निवेशकों का भुगतान सहारा प्रबंधन तंत्र की हठधर्मिता और कूट रचित साजिश के कारण निवेशकों का पैसा डूबने के कगार पर है.कहा कि सरकार व सहारा प्रबंधन की आपसी कूटरचित साजिश के कारण केन्द्रीय रजिस्ट्रार सोसाइटी को पता नहीं किस अज्ञात कारणों से सहारा सेबी के खाते से 5000 करोड़ रुपये जारी करने के लिये सुप्रीम कोर्ट से अपील की, जबकि किसी भी निवेशक ने सहारा सेबी के पैसे खाते में जमा पैसे के लिये कोई मांग नहीं किया था.सहारा के पीड़ित निवेशक एवं आंदोलनकारियों के चारों सोसाइटी में सहारा द्वारा एकत्र किये गये 86000 करोड़ रुपये मय ब्याज समेत लगभग तीन लाख करोड़ रुपये के भुगतान हेतु सरकार से मांग रखी थी, लेकिन सरकार ने सहारा सेबी के खाते में 5000 करोड़ रुपये जारी करवाने के लिये सुप्रीम गयी. यह सरकार की मंशा पर प्रश्न चिंह लगाता है. जमाकर्ताओंं के द्वारा कार्यकर्ताओं पर पैसे लिये दबाव बनाया जा रहा है, उनके साथ गालीगलौज किये जा रहे हैं. ऐसे में कार्यकर्ताओं के सामने आत्महत्या के अलावा कोई चारा नहीं रह गया है. आंदोलनकारी सहारा रिफंड पोर्टल के माध्यम से 45 दिनों के भीतर आवेदकों को भुगतान देने का आदेश केन्द्रीय सहकारिता मंत्री से कर रहे थे. सहारा पोर्टल के सीआरएस में यह नहीं बताया किया कि अन्य स्कीमों का भुगतान कैसे किया जाये.आंदोलन का नेतृत्व जिलाध्यक्ष विपिन कुमार ठाकुर कर रहे थे. प्रदर्शन में जिला उपाध्यक्ष ब्रजेश प्रसाद देव, महेश मिश्रा, दीपक कुमार, अमरेश प्रसाद राय, मो. फारूक, मो. सिराजउद्दीन, रामसुदीश राय, राम ललित राय, प्रभात कुमार, मनोज कुमार, सुशीला सिन्हा आदि थे. बाद में पुलिस की पहल पर जाम हटाया गया.