फर्जी नामांकन पर कसी नकेल, बच्चों के नामांकन में देना होगा आधार नंबर व जन्म प्रमाण पत्र

समस्तीपुर : जिले के सरकारी स्कूलों में फर्जी नामांकन पर रोक लगेगी. इस मामले में निर्देश दिया गया है कि छात्रों का नामांकन फर्जी ना हो और केवल उन्हीं छात्रों का नामांकन विद्यालय में हो जो वास्तव में विद्यालय में पढ़ने के इच्छुक हो. केवल डीबीटी या मुफ्त पाठ्य पुस्तक के लालच में जो छात्र नामांकन लेते हैं, उसपर रोक लगेगी. सभी वर्गों के छात्रों का नामांकन करने से पहले विभागीय निर्देश का पालन करना होगा. इसके लिए नामांकन के समय जन्म प्रमाण पत्र, अस्पताल, मिड वाईफ पंजी अभिलेख, आंगनबाड़ी अभिलेख अभिभावक या माता-पिता द्वारा दिया गया घोषणा पत्र लिया जाएगा. दरअसल, इस बारे में निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को अकादमिक सत्र 2024-25 में फर्जी नामांकन रोकने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए हैं. जिसमें कहा गया है कि 1 अप्रैल से नया शैक्षणिक सत्र शुरू होगा. जिसमें सभी कक्षाओं में छात्रों का नामांकन भी लिया जाएगा. अगले सत्र के लिए नामांकन 31 मार्च 2024 तक नामांकन का कार्य पूरा कर लिया जाना है. पिछले वर्ष विभाग द्वारा कई छात्रों का नाम काटा गया जो विद्यालयों में लगातार अनुपस्थित थे. यह छात्र या तो किसी अन्य निजी विद्यालय में पढ़ाई कर रहे थे और सरकारी विद्यालयों में केवल डीबीटी के उद्देश्य से नाम लिखाए हुए थे. कई स्कूलों में फर्जी तरीके से छात्रों का नामांकन लिया गया था. डीपीओ एसएसए मानवेंद्र कुमार राय ने बताया कि इस मामले में निर्देश दिया गया है कि छात्रों का नामांकन फर्जी ना हो और केवल उन्हीं छात्रों का नामांकन विद्यालय में हो जो वास्तव में विद्यालय में पढ़ने के इच्छुक हो. फर्जी नामांकन से बचने के लिए छात्रों के आधार कार्ड पर भी नामांकन लिया जाएगा. छात्रों के आधार कार्ड बनाने की व्यवस्था प्रत्येक प्रखंड के दो-दो माध्यमिक विद्यालय में नि:शुल्क विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई है. सभी छात्र सुविधा का लाभ उठाकर आधार कार्ड बनवा सकते हैं. बता दें कि स्कूलों में फर्जी नामांकन रोकने के लिए पूरी जांच पड़ताल के बाद ही नया नामांकन लिया जाएगा. नामांकन के समय कागजातों की जांच की जाएगी.

11वीं की परीक्षा में अनुपस्थित रहे तो 12वीं में नहीं होगा नामांकन

11वीं की वार्षिक परीक्षा में अनुपस्थित छात्र-छात्राओं का 12वीं में नामांकन नहीं होगा. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इसका निर्देश दिया है. इसके लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से हर दिन परीक्षा में शामिल बच्चों की रिपोर्ट मांगी गई है. 13 मार्च से शुरू 11वीं की परीक्षा में जिले में कई स्कूलों में 75 से 80 फीसदी विद्यार्थी ही उपस्थित हो रहे हैं. बोर्ड ने अनुपस्थित विद्यार्थियों का इंटर का रजिस्ट्रेशन फॉर्म नहीं भरने देने का निर्देश दिया है. इसके अलावा 16 मार्च से शुरू 9वीं की वार्षिक परीक्षा को लेकर भी संबंधित हेडमास्टर को निर्देश दिया गया है. 11वीं की परीक्षा में उपस्थिति और रिजल्ट के आधार पर ही विद्यार्थियों को 12वीं में पढ़ाई का मौका मिलेगा. बोर्ड ने सभी स्कूल-कॉलेज को वार्षिक परीक्षा का रिजल्ट ऑनलाइन अपलोड करने व हार्ड कॉपी भेजने का निर्देश दिया है. थ्योरी के साथ ही प्रैक्टिकल का अंक भी भेजना है. किस बच्चे को कितना प्रतिशत अंक विषयवार आया, इसकी रिपोर्ट भी देनी है.

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