समस्तीपुर : मोक्ष दायिनी गंगा नदी के समतल भू भाग में बसा चमथा गांव में सोमवार को प्राण-प्रतिष्ठा यज्ञ को लेकर कलश यात्रा निकाली गयी. चमथा के पुरानी मां दुर्गा मंदिर से सटे श्रीवीर हनुमान व आराध्य शनिदेव के भव्य मंदिर का नव निर्माण कराया गया है. इन मंदिरों में मूर्ति स्थापना को लेकर प्राण-प्रतिष्ठा प्रारम्भ हुआ है. सोमवार को इस महायज्ञ का शुभारंभ कलश शोभा यात्रा से किया गया. इसमें पांच हजार से अधिक कन्याओं ने भगवा रंग के कलश को शिरोधार्य कर आस्था को पंख दिया. यात्रा का शुभारंभ नवनिर्मित मंदिर मैदान से हुआ. यज्ञ के आचार्य बनारस के पंडित सुमित झा की अगुआई में यात्रा पार्श्व अवस्थित गंगा तट पहुंचा. जिस तट को श्रद्धालु मैथिल वैदेही राजा जनक का प्रिय तट के रूप में संबोधित करते आये हैं. कलश यात्रा के पहुंचते ही गंगा तट की धार्मिक शोभा परवान चढ़ गयी. जहां पंडितों की टीम ने गंगा पूजन आरती के साथ कलश में जल भरा. वहीं हजारों कन्याओं ने गंगा जल भरे कलश के साथ कई किलोमीटर पांच पंचायत का परिभ्रमण कर सनातन का अलख जगाया. कलश यात्रा में रथ, धार्मिक शंखनाद, गगनभेदी भक्तिभाव के उद्घोष, हजारों हाथ में धर्म का ध्वज पताका से आस पास के क्षेत्र आस्था में डूब गया. यज्ञ समिति के अध्यक्ष धीरेन्द्र कुमार सिंह उर्फ छोटू बाबू ने बताया कि मंगलवार को प्राण-प्रतिष्ठा यज्ञ आरम्भ होगा. बुधवार को यज्ञ का समापन होगा. इस बीच नौ दिनों तक मथुरा वृन्दावन की कथा वाचिक किशोरी श्रद्धालुओं को श्रीराम कथा का अमृत श्रवण करायेंगी. महायज्ञ के यजमान टीपू सिंह, अनिल सिंह, टुल्लू सिंह, सिकंदर सिंह, विष्णु सिंह हैं. यज्ञ को आस्था की गहरायी देने में हजारों ग्रामीण के साथ कोषाध्यक्ष गौरी शंकर सिंह, सचिव नागेन्द्र सिंह, सदस्य पंकज सिंह, दीपक, मिथिलेश सिंह, विष्णु सिंह, मृत्युंजय सिंह, उमेश सिंह, ब्रजेश सिंह, रामकिसन सिंह, कैलाश सिंह जुट हैं.