समस्तीपुर : स्थानीय कर्पूरी बस पड़ाव के संचालक की मनमानी से खफा बस चालकों ने मंगलवार को परिचालन ठप कर दिया. जिला मुख्यालय के इस बस पड़ाव से किसी भी रुट के लिए कोई वाहन नहीं खुला. जिसका खामियाजा छठ जैसे महापर्व में घर को लौटने वाले आम यात्रियों को झेलना पड़ा. जिससे आमलोगों में खासी नाराजगी झलकती दिखी. सूचना पर उप नगर आयुक्त विभूति कुमार की अगुवाई में पहुंची टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों पक्षों में वार्ता कराते हुए सहमति बनायी. जिसके बाद चालकों ने बस का परिचालन आरंभ किया. इस दौरान करीब तीन घंटे तक लोग मुश्किल में फंसे रहे. विरोध-प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे जिला मोटर व्यवसायी संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से कर्पूरी बस पड़ाव के संचालक की मनमानी चरम पर है. शहर में कई जगह इनके लोग बस, टेंपो एवं ई-रिक्शा से कूपन चेकिंग के नाम पर नाजायज वसूली करते हैं. यहां तक की मारपीट भी की जाती है. जिसके कारण बस मालिकों में काफी आक्रोश है. मंगलवार की घटना की जानकारी देते हुए संघ के महासचिव संजीव कुमार सुमन ने बताया कि एक बस के संचालक को यह कहकर कि पिछले 26 सितंबर को बस बिना कूपन के गई थी जिस कारण 5000 रुपये जुर्माना देने को कहा गया. बस मालिक द्वारा आरोप एवं जुर्माना से इनकार करने पर यात्री से भरी बस को स्टैंड संचालक द्वारा खाली करा दिया गया. इसी बात से उग्र होकर वाहन संचालक एवं कर्मचारियों द्वारा संघ को सूचना दी गयी. साथ ही सभी रुट की बसों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया. करीब तीन घंटे बाद नगर निगम के नगर आयुक्त केडी प्रज्जवल की ओर से अधिकारियों की एक टीम उप नगर आयुक्त विभूति कुमार के नेतृत्व में बस पड़ाव भेजी गयी. जहां उन्होंने दोनों पक्षों से वार्ता कर भविष्य में घटना की पुर्नावृत्ति नहीं होने की चेतावनी बस पड़ाव संचालक को दी. साथ ही छठ पर्व को देखते बस मालिकों से बसों के परिचालन को प्रारंभ करने का अनुरोध किया. जिसके बाद बस मालिकों ने छठ पर्व को देखते हुए उप नगर आयुक्त के आग्रह को स्वीकार कर लिया. साथ ही बसों का परिचालन प्रारंभ किया. जिसके बाद आम यात्रियों ने राहत की सांस ली. विरोध-प्रदर्शन में संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, महासचिव मनोज कुमार सिंह, सचिव राजबाला राय, मकसूद आलम अंसारी, रिंकू सिंह, सुनील राय, शंभू तिवारी, ओम प्रकाश सिंह, उमेश राय, विपिन कुमार, रामकृष्ण, अशोक राय, संजय राय आदि मौजूद थे.