समस्तीपुर : ताजपुर प्रखंड स्थित दिल्ल पब्लिक स्कूल में गुरुवार को बच्चों के परवरिश में मां की भूमिका कार्यक्रम का आयोजन कर विद्यालय प्रशासन ने बच्चों की गतिविधियों से अभिभावकों को अवगत कराया. कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए निदेशक मसूद हसन ने कहा कि माता परिवार को नई दिशा देती है. परिवार में बच्चों की परवरिश के लिए मां की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. बच्चों की परवरिश में मां एक अद्भुत उपस्थिति और विशेष शक्ति लेकर आती है. आज सामाजिक मूल्यों व मान्यताओं में कितना ही परिवर्तन क्यों न आया हो, फिर भी पारस्परिक विश्वास व शर्तहीन प्रेम जैसे पारंपरिक मूल्य बच्चों की अच्छी परवरिश के मूलमंत्र आज भी है और इस तरह के परिवेश में मां की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है. प्राचार्य प्रीति शर्मा ने कहा कि एक पिता के पास अपने बच्चों को देने के लिए सबसे कीमती दो चीजें होती है- प्यार और समय और इन्हीं दो चीजों के मामले में अधिकांश पिता उदार नहीं हो पाते. बच्चों की जिंदगी में कुछ क्षण ऐसे भी आते है जब उन्हें सिर्फ डैडी की आवश्यकता होती है, किसी अन्य की नहीं. यहां तक कि मां की भी नहीं. बच्चे अपने पिता के विषय में सबसे अधिक जो बात याद रखते हैं वह है विशेष क्षणों में उनकी उपस्थिति. स्कूल प्रशासन की ओर से अभिभावकों को उनके बच्चों के शैक्षणिक स्तर की जानकारी दी गयी तथा शैक्षणिक गुणवत्ता को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव भी मांगे गये. इसमें छात्रों द्वारा उनके लर्निंग जर्नी के बारे में बताया गया.वही अभिभावकों ने कहा कि शिक्षकों से काफी सकारात्मक जानकारी मिली है. बच्चे की प्रगति जानने के बाद अब हम भी उसकी कमियों पर ध्यान दे सकेंगे.इससे बच्चों की आगे की पढ़ाई करने में सहायता मिलेगी.