भागवत कथा श्रवण से होते भव सागर से पार : आचार्य योगेश

समस्तीपुर: जिले के विद्यापतिनगर प्रखंड के मऊ शिव मंदिर परिसर में जारी श्री शत चंडी महायज्ञ सह प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव भक्ति भाव से भरा है. व्यासपीठ से कथा वाचन करते हुए श्रीधाम वृन्दावन के कथा व्यास आचार्य योगेश प्रभाकर महाराज ने कहा कि जो व्यक्ति जीवन में एक बार देवी भागवत पुराण कथा का श्रवण कर लेता है. वह भाव सागर को पार कर लेता है. वहीं वह परमपद पाता है. आचार्य श्री प्रभाकर ने पराम्बा श्री जगदम्बा भगवती दुर्गा के पवित्र आख्यानों से युक्त इस पुराण में वर्णित श्लोकों की सुरम्य प्रस्तुति के बीच कहा कि मिथिला ज्ञान की धरती है. मन ही जीव के पतन और मोक्ष का कारण है. यज्ञमान पद्माकर सिंह लाला, सोनी सिंह, प्रधान आचार्य गोविंदाचार्य, आचार्य अभिषेक मिश्रा, आचार्य गोपाल मिश्रा, यज्ञमान अर्जुन प्रसाद सिंह, रामबिहारी सिंह पप्पू, बेबी देवी, नवीन सिंह व वंदना देवी आयोजित इस महायज्ञ में सचिव अर्जुन प्रसाद सिंह, अध्यक्ष राज कुमार पाण्डेय, कोषाध्यक्ष गोविंद मिश्र, विमल प्रसाद सिंह, रामदयाल झा, सुदर्शन सिंह, रामाधार झा, प्रवीण सिंह कारू, मुखिया दिनेश प्रसाद सिंह, रजनीश झा, राजेश रौशन, शिवदानी सिंह झप्पू, संतोष सिंह, सुबोध सिंह थे.

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