समस्तीपुर : मां पराम्बा चैतन्य स्वरूपा है. जिस पर मां भगवती की कृपा होती है. वहीं भागवतीय कार्य में भाग लेता है जो आध्यात्म से जुड़ता है उसके सारे कष्ट, दुःख, विकार और कलेश सब दूर हो जाता है. यह बातें श्रीधाम वृन्दावन के प्रसिद्ध कथा व्यास आचार्य योगेश प्रभाकर महाराज ने सात दिवसीय श्रीमद् देवी भागवत कथा वाचन करते हुए कही. प्रखंड के मऊ लंगड़ा ढाला शिव मंदिर के समीप श्रीशत चंडी महायज्ञ सह प्राण- प्रतिष्ठा महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित कथा सत्र में पराम्बा के मातृ चरित्र पर चर्चा की. कहा कि भगवत शरणागति ही सारे कष्टों की दवा है. बड़भागी हैं वो जीव जो मातृ चरित्र का श्रवण करते हैं. श्री प्रभाकर ने पराम्बा श्री जगदम्बा के पवित्र आख्यानों से वर्णित श्लोकों की सुरम्य प्रस्तुति के बीच महिषासुर मर्दन प्रसंग का वर्णन किया. कहा कि जीवन में भजन और साधना अत्यंत आवश्यक है. भजन भव बंधन से मुक्त करता है. संगीतमय भजनों हां मैं हूं अपराधी पर तुम दयामयी हो मां, मिलता है सच्चा सुख केवल मां तुम्हारे…आदि की प्रस्तुति से उपस्थित जनसमूह भक्ति भाव के सागर में गोते लगाते रहें. इससे पहले यज्ञमान पद्माकर सिंह लाला व सोनी सिंह ने श्रीमद् देवी भागवत, व्यास पीठ, व्यास व आचार्य पूजन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ करते हुए मंगल आरती की. मंगल आरती को लेकर भक्त-श्रद्धालुओं की भारी संख्या उमड़ी थी. उधर वृंदावन के प्रसिद्ध कथा व्यास हरिवंश महाराज ने परम पूज्य महाराज आचार्य योगेश प्रभाकर से आशीर्वाद लिया. मौके पर आचार्य धर्मराज पाण्डेय, राधारमण दास उर्फ नवीन, बांसुरी वादक डी. चक्रवर्ती, तबला वादक लक्ष्मण, कैशियो वादक रितेश कुमार, पैड वादक कुंदन कुमार, बॉबी सिंह, प्रशांत द्विवेदी, राज तिवारी, श्रृंगारी मोहन लाल आदि मौजूद रहे. उधर श्री शत चंडी महायज्ञ सह प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में आठवें दिन प्रधान आचार्य गोविंदाचार्य महाराज के निर्देशन में आचार्य अभिषेक मिश्रा, आचार्य गोपाल मिश्रा आदि ने यज्ञशाला में यज्ञमान अर्जुन प्रसाद सिंह, रामबिहारी सिंह पप्पू व बेबी देवी, नवीन सिंह व वंदना देवी व पीएस लाला व सोनी सिंह से वैदिक मंत्रोच्चार के बीच यज्ञदेव का अनुष्ठान जारी रखा. भारी संख्या में भक्त-श्रद्धालु लाल-पीले पारंपरिक वस्त्र धारण कर यज्ञ मंडप की परिक्रमा की. सीताराम नाम धुनी संकीर्तन नवाह यज्ञ व आचार्य परमानंद शास्त्री महाराज द्वारा श्रीराम चरित मानस नवाह पारायण यज्ञ में आस्थावान श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही.