समस्तीपुर: डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के पंचतंत्र सभागार में एटीएम व बीटीएम के लिए गन्ना उत्पादन एवं प्रसंस्करण द्वारा उद्यमिता विकास पर आधारित प्रशिक्षण शुरूआत की गई. निदेशक ईख अनुसंधान डॉ एके सिंह ने गन्ना के उत्पादन एवं प्रसंस्करण से जुड़े उद्यमिता की अपार संभावनाओं को व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि फसल के उत्पादन में प्रभेद व गुणवत्तापूर्ण बीज की भूमिका अहम होती है. किसान ईख फसल के साथ अंतरवर्ती खेती को अपना कर अपनी आय दोगुनी कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान अर्जित ज्ञान को जमीनी स्तर पर उतरें. किसानों को जागरूक करें. विश्वविद्यालय के अनुसंधान केंद्र से करीब 65 प्रभेद विकासित किये गये हैं. उन्होंने गन्ना को कृषि का रीढ़ बताया. निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ एमएस कुंडू ने गन्ना के नर्सरी तकनीक पर विस्तृत चर्चा की. संचालन करते हुए उपनिदेशक प्रसार शिक्षा डॉ अनुपमा कुमारी ने कहा कि प्रशिक्षुओं को सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जायेगा. मौके पर राघवेंद्र कुमार, मुखदेव यादव आदि उपस्थित थे.