ह्रदय रोग से ग्रसित छह बच्चे इलाज के लिये भेजे गये अहमदाबाद

समस्तीपुर : मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना के तहत जिले के पांच बच्चे को सत्यसाईं ह्रदय अस्पताल इलाज के लिये रवाना किया गया है. सिविल सर्जन डॉ. एसके चौधरी ने बुधवार को एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.मौके जिला स्वास्थ्य समिति के आदित्य झा सहित सभी कर्मी मौजूद थे. सिविल सर्जन ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा बच्चों की दिक्कतों को देखते हुये मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत बाल ह्रदय योजना की योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर मध्यम व गरीब तबके लोग अपने बच्चे का नि:शुल्क इलाज करा रहे है. वैसे बच्चे जिनके ह्रदय में छेद है. वे अपने बच्चे का इलाज कराने में सक्षम नहीं हैं.इसके इलाज में तीन से पांच लाख रुपये तक का खर्च आता है, जो सामान्य लोगों के बस की बात नहीं है. ऐसे में बाल ह्रदय योजना से उनका इलाज कराया जाता है. आज इस योजना के तहत पांच बच्चे को अहमदाबाद के लिये रवाना किया गया है.सिविल सर्जन ने कहा कि सरकार की यह योजना लाेगों की भलाई के लिये है. उन्होंने कहा कि विकसित बिहार तभी बनेगा जब यहां के लोग स्वस्थ्य होंगे. लोग स्वस्थ्य रहेंगे तभी क्षेत्र के विकास में सहयोग करेंगे. विदित हो कि मुख्यमंत्री बाल ह्रदय योजना के तहत जन्म ह्रदय रोगियों का इलाज कराया जाता है. रोगियों की पहचान आरबीएसके के टीम द्वारा की जाती है. पॉजिटिव पाये जाने पर रोगियों को अहमदाबाद भेजकर उनका समुचित इलाज कराया जाता है. अहमदाबाद के सत्यसाईं ह्रदय हॉस्पिटल में इनका समुचित इलाज कराया जाता है. इसकी सारी व्यवस्था नि:शुल्क होती है. मरीज के परिजनों को कोई शुल्क नहीं देना होता है.वहीं छह वर्ष से कम उम्र के बच्चे के मां के अतिरिक्त एक औश्र परिजन के परिवहन का खर्च भी सरकार वहन करती है.

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