समस्तीपुर : पूर्व राज्यसभा सांसद सह समाजवादी नेता केसी त्यागी ने कहा है कि जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिलना चाहिये. साथ ही उनके नाम पर बढ़िया यूनिवर्सिटी की स्थापना हो इसके लिये सभी को पहल करनी चाहिये. वे सोमवार को कर्पूरीग्राग स्थित गोखुल कर्पूरी फुलेश्वरी, महाविद्यालय परिसर में जननायक के जन्म शताब्दी पर आयोजित कर्पूरी चर्चा को संबोधित कर रहे थे. कर्पूरी चर्चा का विषय- समता, समरसता एवं समन्वय के दिग्दर्शक- जननायक कर्पूरी रखा गया था. उन्होंने कहा कि जननायक के लाखों मानस पुत्र हैं, यही कारण कि पूरे देश में उनकी जन्मशताब्दी मनायी जा रही है, जननायक लोगों के आंखों के तारे भी थे और तिल भी.आज 1978 में उनका विरोध करने वाले नेता भी उनका झंडा ढो रहे हैं. आज गरीब सवर्णों को मिले 10 प्रतिशत आरक्षण की नींब जननायक ने ही रखी थी.वे पहले नेता है जिन्होंने 1978 में महिलाओं के लिये आरक्षण का प्रावधान किया.उनका विचार किसी एक समुदाय और जगह के लिये नहीं था, वे ऐसा गुलदस्ता थे, जिन्हें कहीं भी सजाया जा सकता था. उनके जीवन में कभी वैचारिक भटकाव नहीं आया. उनके चरित्र की सुचीबद्धता बहुत कम नेताओं में देखने को मिलती है. उन्होंने अर्थाभाव में अपनी पार्टी का विलय जनता पार्टी में कर लिया था. आज उनकी पार्टी रहती जो वह सबसे क्रांतिकारी पार्टी के रूप में अपनी पहचान बनाये रखती.वे हमेशा आर्थिक, सामाजिक तथा शैक्षणिक रूप से पिछड़ों को न्याय दिलाने के लिये प्रतिबद्ध रहे. जो वामपंथी बंदूक संस्कृति में विश्वास करते थे, वे भी आज जननायक का झंडा उठाये हुये हैं.आज जो आरक्षण की नीति है, वह कर्पूरी फार्मूला का इंफोर्समेंट है.कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुये बिहार विधानसभा के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने उन्हें समता मूलक समाज का पुरोधा बताया. अध्यक्षता पूर्व सांसद मंगनीलाल मंडल ने की.