समस्तीपुर : सीबीएसई बोर्ड के प्रैक्टिकल परीक्षा एक जनवरी से शुरू होंगे. इसके तहत 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए प्रैक्टिकल परीक्षाओं की शुरुआत 1 जनवरी से हो रही है, जो 15 फरवरी तक पूरी होगी. इसके लिए स्कूलों में तैयारी शुरू हो गई हैं. छात्रों को भी इसके लिए जानकारी दे दी गई है. स्कूलों को सीबीएसई ने निर्देश दिए हैं कि वे पर्याप्त संख्या में प्रैक्टिकल आंसर बुक की व्यवस्था प्रैक्टिकल के पूर्व कर लें. यह देख लें कि प्राप्त की गई प्रैक्टिकल आंसर बुक कम न पड़े. इसी के साथ छात्रों और उनके अभिभावकों को भी फार्मेट की जानकारी दे दी जाए, ताकि बाद में उन्हें किसी तरह की समस्या न हो. इसके लिए वेबसाइट व स्कूल के मीडिया ग्रुप पर भी जानकारी शेयर की जाएगी. गुरूकुल सीनियर सेकेंड्री स्कूल मलकलीपुर के प्राचार्य मनोज कुमार ने बताया कि सीबीएसई ने स्कूलों को प्रैक्टिकल के समय का विशेष ध्यान रखने को कहा है. लेबोरेट्री को अपडेट करने के साथ ही संबंधित इक्यूप्मेंट्स पर्याप्त संख्या में होने चाहिए. जब प्रैक्टिकल के नंबर अपलोड किए जाएंगे, तब भी इस पर विशेष ध्यान रखने के लिए निर्देशित किया है. क्योंकि एक बार नंबर अपलोड होने के बाद इनमें बदलाव नहीं किया जाएगा. इसी तरह 12वीं के प्रैक्टिकल में एक्सटर्नल एग्जामिनर बोर्ड द्वारा नियुक्त किया जाएगा. अगर बोर्ड के संज्ञान में यह आता है कि दिए गए निर्देशों का ठीक से पालन नहीं किया गया तो बोर्ड प्रैक्टिकल परीक्षा निरस्त कर सकता है. सीबीएसई ने खुद से माॅनिटरिंग करने के लिए प्रैक्टिकल रूम में परीक्षार्थियों को सम्मलित करते हुए फोटो भी अपलोड करने को कहा है. कक्षा 10वीं साइंस पेपर 100 अंकों का होग. इनमें से 80 अंक थ्योरी पेपर के रहेंगे और बाकी के 20 अंक प्रैक्टिकल व इंटरनल असेसमेंट के आधार पर मिलेंगे.सीबीएसई के बच्चों के लिए तैयार होगी ऑडियो बुकसीबीएसई के बच्चों के लिए ऑडियो बुक तैयार की जाएगी.ऑडियो बुक के सभी विषयों का कंटेंट तैयार करने के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण मिलेगा. सीबीएसई ने इसे लेकर सभी स्कूल के शिक्षकों को ट्रेनिंग में शामिल होने का निर्देश दिया है. सीबीएसई के निर्देश के मुताबिक विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के साथ ही सामान्य बच्चों के लिए भी ऑडियो शिक्षण सामग्री तैयार की जाएगी. नई शिक्षा नीति के तहत इसके तैयार किया जाएगा. सीबीएसई के प्रशिक्षण निदेशक ने इसे लेकर निर्देश दिया है. हर दिन पांच घंटे का ऑनलाइन प्रशिक्षण होना है. प्रशिक्षण में शामिल शिक्षकों का टेस्ट भी लिया जाएगा. इसमें 70 फीसदी से अधिक अंक आना अनिवार्य है. इस प्रशिक्षण में सीआईटी, एनसीईआरटी के विशेषज्ञ शामिल होंगे. बच्चों में सुनकर सीखने की क्षमता अधिक सीबीएसई के अधिकारियों ने कहा कि बच्चों में किसी चीज को सुनकर सीखने की क्षमता अधिक होती है. ऐसे में अगर उन्हें रोचक अंदाज में विषय की ऑडियो के माध्यम से पढ़ाया जाए तो उससे अधिक जुड़ते हैं. हर विषय में किस तरह की सामग्री हो और उसे किस अंदाज में पेश किया जाए, इन सब पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. अलग-अलग बच्चों की क्षमता को देखते हुए ऑडियो बुक तैयार करने का भी तरीका सिखाया जा रहा है.