समस्तीपुर: शहर के चीनी मिल रोड स्थित बिजली कंपनी कार्यालय पर बिजली सप्लाई से जुड़े कर्मियों ने विभिन्न मांगो के समर्थन में सोमवार को काला दिवस मनाया और प्रदर्शन किया. बिजली कर्मी भूषण राय, शशिभूषण राय,मो. उसीम, भूपेश ठाकुर, भरत कुमार, हरेंद्र कुमार, सबीर आलम आदि ने बिहार स्टेट इलेक्ट्रिक सप्लाई वर्कर्स यूनियन के बैनर तले विरोध प्रदर्शन कर अपनी आवाज बुलंद की. भूषण राय ने बताया कि कर्मियों के मांगों को पूरा करने के लिए कई बार अनुरोध किया गया. लेकिन, प्रबंधन द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है. ऐसे में यूनियन द्वारा प्रबंधन एवं सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए विरोध प्रदर्शन का रास्ता अख्तियार किया गया है. बिजली कर्मियों ने बताया कि मांगों में क्रमशः सार्वजनिक संस्थाओं के निजीकरण प्रथा को बंद करने, विद्युत विधेयक 2022 को वापस लेने,आउट सोर्सिंग पर बहाल कर्मी तथा मानव बल, डाटा ऑपरेटर, कार्यपालक सहायक आदि को रिक्त पदों के विरूद्ध नियमितिकरण किया जाये तथा उचित न्युनतम मजदूरी एवं सेवा अभिलेख की गारंटी देने, बिहार राज्य के अन्दर विद्युत कम्पनी के अंदर ऑउट सोर्सिंग पर बहाल मानव बल विद्युत कर्मी, कार्यपालक सहायक, डाटा ऑपरेटर, आदि को वरीयता एवं कार्य अनुभव के आधार पर प्रकाशित रिक्तियो के विरूद्ध कम्पनी हित में समायोजन के बाद वाह्य नियुक्ति व्यवस्था, बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कम्पनी में वर्षों से एक ही स्थान पर कार्यरत कार्मिको की गलत मानसिकता एवं पूर्वाग्रह से ग्रसित कार्य शैली के कारण अवनत कुल 29 लिपिकीय सम्वर्ग के कामकारों का निदेशक मंडल के निर्णय के आलोक में पुनः लिपिकीय संवर्ग में समायोजन में विलंब की समाप्ति, सभी रिक्त पदों पर नियुक्ति, विद्युत उद्योग के निजिकरण की मानसिकता से लगाये जा रहे प्रीपेड मीटर को बन्द करने, पूर्व की तरह पुराना पेशन व्यवस्था बहाल करने, बिहार स्टेट पावर (हो.) कम्पनी द्वारा वर्ष 2018 में निर्गत गया नया यार्ड स्टीक एवं पदसोपान में तदेन विद्युत बोर्ड से निर्गत यार्ड स्टिक वर्ष 1981 के आधार पर संशोधन की शीघ्र व्यवस्था, संगठन द्वारा समर्पित मांग पत्रों पर औद्योगिक विवाद अधिनियम के तहत द्विपक्षीय वार्ता की शीघ्र व्यवस्था आदि है.