समस्तीपुर : रोसड़ा के दरगाह शरीफ स्थित मजार पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस बार भी तीन दिवसीय उर्स मेले में पहुंचे काफी संख्या में विभिन्न समुदाय के लोगों ने मजार पर मिन्नते मांगी. साथ ही चादरपोशी की. दरगाह परिसर में भव्य मेले का आयोजन किया गया है. विभिन्न तरह के झूले, खिलौने की दुकान, मिठाई की दुकान आदि सजे हैं. लोग मजार पर सिर झुका कर प्रसाद के रूप में फूल मखमली, कपड़ा, इत्र, अगरबत्ती के अलावा चादर चढ़ाया. बताते हैं कि इस मजार पर जिस किसी ने भी सच्चे मन से मिन्नतें मांगी उनकी हर मुराद पूरी हुई है. मजार के मुतवल्ली कमेटी के अध्यक्ष मो. मोइन साह ने बताया कि प्रत्येक वर्ष यहां मेले का आयोजन किया जाता है. पूर्व की भांति प्रेम और भाईचारे के साथ उर्स मेला को सफल बनाने की अपील की. कहा कि करीब चार सौ वर्ष पूर्व हजरत ख्वाजा खासदुल्ला रहमतुल्लाह ने अपने साथी महबूब अली के साथ अजमेर शरीफ से पैदल धर्म प्रचार करने रोसड़ा स्थित दरगाह पहुंचे थे. जहां इनके पवित्र मन व चरित्र के कारण पानी की खोज में अल्लाह के द्वारा अचानक एक तालाब के निर्माण से आस्था बढ़ गयी. तब से लोग इस मजार पर आकर मिन्नते मांगने लगे. यह परंपरा लगातार चल रही है. मेला परिक्षेत्र में बने नियंत्रण कक्ष में पुलिस प्रशासन द्वारा निगरानी रखी जा रही थी. इसमें साउंड सिस्टम के माध्यम से मिले से संबंधित पल-पल की जानकारियां दी जा रही थी. मौके पर मो. जाकिर हुसैन, पार्षद मो. इरशाद, मो. गुलाब, मो. समसुल, तमन्ना, मुख्तार, अशरफ, ओम नायक, सौरभ सुमन, गौतम झा, महेश दास, चंदन कुमार आदि सक्रिय थे.