समस्तीपुर : सामाजिक सुरक्षा कोषांग के एडीएस अकाश ने कहा कि शौक स्कूली जीवन में शुरू होता है. यही जीवनपर्यंत बढता चला जाता है. इस शौक को शॉक नहीं बनने देना है. अन्यथा पूरा जीवन खराब हो जाता है. शहर के मोहनपुर स्थित होली मिशन हाई स्कूल में जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग के तत्वावधान में आयोजित कार्यशाला को संबोधित करते हुए उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं से कहा कि नशा मनुष्य को हर दृष्टि से नाश में मिलाने का काम करता है. वह केवल नशापान करने वाले व्यक्ति तक ही सीमित नहीं रहा है बल्कि उसका प्रभाव व्यक्ति के साथ-साथ परिवार, संगे-संबंधी, समाज व राष्ट्र निर्माण पर भी पड़ता है. एडीएस ने कहा कि सरकार ने बड़ी गंभीरतापूर्वक विचार कर नशामुक्ति भारत अभियान की शुरुआत की है. इसे सफल बनाने का जिम्मा हमसब की है. उन्होंने कई देशों का उदाहरण देते हुए छात्र-छात्राओं को स्वयं निर्णय लेने योग्य बनने को प्रेरित किया. जीवन में नशा को सदैव ना कहने की शपथ दिलायी. सामाजिक कार्यकर्ता रंजीत निर्गुणी ने कहा कि नशामुक्त देश तभी बन सकता है जब आने वाली पीढी इसके लिए व्यापक अभियान में शामिल होकर अपनी मुख्य भूमिका निभाये. उन्होंने कहा कि तय करें भविष्य कैसा चाहिए. भारत नशामुक्त बना है तो अभियान से जुड़ कर लोगाें को प्रेरित करें. कार्यशाला का संचालन करते हुए मुस्कान जिला नशामुक्ति केंद्र के कांउसलर अमित कुमार वर्मा ने कहा कि नशा लोगों का पैसा, प्रतिष्ठा समेत जीवन तक छीन लेता है. प्रजापित ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय से पहुंचे बीके तरुण ने कहा कि नशा महामारी के रुप में देश में फैल चुकी है. नशामुक्त भारत बनाने के लिए हमें मानसिक रुप से तैयार होना होगा. होली मिशन हाई स्कूल के प्राचार्य अमृत रंजन ने कहा कि हमें ऐसे समाज का निर्माण करना है जो नशे के कारण दिग्भ्रमित न हो. इस अवसर पर मुस्कान जिला नशामुक्ति केंद्र के प्रशिक्षक सह पर्यवेक्षक कृष्ण मोहन पाठक, राज कुमार राय, मनाेरंजन पासवान, संजय कुमार पासवान, योग प्रशिक्षक धनंजय कुमार राज, अमरेश कुमार, राहुल कुमार, सामाजिक सुरक्षा कोषांग के साकेत कुमार, शशि कुमार, होली मिशन के निदेशक धर्मांश रंजन आदि उपस्थित थे.