शिक्षा के क्षेत्र में निजी स्कूलों की भूमिका अहम : निदेशक

समस्तीपुर : ताजपुर प्रखंड स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के निदेशक मसूद हसन ने बिहार के राज्यपाल आरिफ मो. खान से मुलाकात शिक्षा की दिशा को नये आयाम देने में निजी विद्यालय की भूमिका पर चर्चा करते हुए अपने शैक्षणिक संस्थान में आने के लिए भी आमंत्रित किया ताकि छात्र-छात्राओं का मनोबल और उंचाई को छू सके. डीपीएस के निदेशक ने बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में निजी स्कूलों की भूमिका अहम है. निजी स्कूलों में छात्रों को बेहतर शिक्षा मिलती है और वे समग्र विकास के लिए तैयार होते हैं. निजी विद्यालयों की सबसे बड़ी सफलता है कि सरकारी अधिकारी भी अपने बच्चे के वहीं पढ़ाना चाहते हैं. निजी विद्यालयों के अनुशासन एवं गुणवता पूर्ण पढ़ाई सभी को पसंद आती है. राज्यपाल ने भी कहा कि शिक्षा ही विकास की सबसे बड़ी कड़ी है. शिक्षा से ही व्यक्ति एवं समाज का विकास संभव है. शिक्षा विकास की अनिवार्य शर्त है और सरकार के पास इसके लिए पर्याप्त आर्थिक संसाधन नहीं है. ऐसी स्थिति में निजीकरण ही एक उपाय है जिसे सरकारी निगरानी के अंतर्गत विभिन्न दिशा निर्देशों के द्वारा लागू करना चाहिए. तभी यह प्रक्रिया समाजोपयोगी होने के साथ-साथ शिक्षा को मूल्य प्रभावी भी बनायेगी. निदेशक ने बताया कि यह वास्तव में एक अविस्मरणीय अनुभव था. बातचीत ज्ञानवर्धक, शैक्षिक और प्रेरणादायक थी और समाज को आकार देने में शिक्षा की परिवर्तनकारी शक्ति पर चर्चा हुई. राज्यपाल ने ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली पब्लिक स्कूल, ताजपुर के प्रयासों की सराहना की और इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा सामाजिक परिवर्तन का प्रमुख चालक है.